5th Darbhanga IFF 2018 Concluded

शुक्रवार दिनांक 20-04-2018 को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के सिल्वर जुबिली हॉल में पांचवा दरभंगा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारम्भ हुआ| दरभंगा फिल्म क्लब द्वारा आयोजित इस त्रिदिवसीय फिल्म महोत्सव का आरम्भ भेंट नामक फिल्म की स्क्रीनिंग के साथ हुआ| अपराहन 2 बजे उद्घाटन सत्र में दीप प्रज्वलन के साथ इस महोत्सव को विधिवत आगाज़ दिया गया| उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में भारत के जाने माने कार्टूनिस्ट, वक्ता एवं रियलिटी शो बिग बॉस के प्रतिभागी रह चुके “असीम त्रिवेदी” ने शिरकत दी| इस फेस्टिवल में उपस्थित होकर काफी उत्साहित दिख रहे असीम त्रिवेदी ने दरभंगा फिल्म क्लब द्वारा किये गये इस प्रयास को काफी सराहा एवं मिथिला की संस्कृति तथा यहाँ की प्रतिभाओं पर काफी महत्वपूर्ण विचार रखे|
उन्होंने कहा कि मिथिला ज्ञान की धरती रही है एवं यहाँ के बारे में हमलोगों ने काफी कुछ सुन रखा है | यह धरती प्रतिभाओं से भरी है, निश्चित रूप से इस तरह के आयोजन से इस क्षेत्र में फिल्म एवं मीडिया को लेकर एक नयी जागरूकता आयेगी | दरभंगा जैसे शहरों में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होना और इस फेस्टिवल में विश्व के प्रमुख हिस्सों से प्रतिभागी के रूप में फिल्मों का आना अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है | यह बात जाने - माने सामाजिक कायकर्ता “श्याम स्नेही” ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर अपने उद्बोधन में कही| अन्य विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित बॉलीवुड के चर्चित निर्देशक “सुजाद इकबाल खान”, स्थानीय विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष “अजय कुमार झा”, बॉलीवुड के उभरते हुए लेखक “सागर झा” एवं लाइट हाउस सिनेमा हॉल के रामबाबू एवं भूषन जी के विचार अतिमहत्वपूर्ण रहे | मिथिलांचल में फिल्म को उद्योग के रूप में स्थापित करना हमलोगों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है | कड़ी मेहनत एवं सार्थक प्रयास के द्वारा ही हम इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं | यह बात सुजाद इकबाल खान ने कही | थानाध्यक्ष अजय कुमार झा ने अपने उद्बोधन में मिथिलांचल में फिल्म एवं मीडिया के विकास को लेकर काफी महत्वपूर्ण एवं सारगर्भित विचार रखे और उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत एवं लगन के साथ जिस तरह से दरभंगा फिल्म क्लब इस मिशन को आगे बढ़ा रहा है वह निश्चित रूप से सराहनीय है | लाइट हाउस सिनेमा हॉल के रामबाबू एवं भूषन जी ने कहा कि इस तरह क आयोजन से दरभंगा का निश्चित रूप से समुचित विकास होगा | 
भारत सहित विश्व के विभिन्न कोने से आये फिल्मों का विराट संगम यहाँ के फिल्मकारों एवं इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले युवा वर्गों के लिए बहुत बड़ा प्रेरणा श्रोत है जिसके सकारात्मक परिणाम भविष्य में सामने आयेंगे | यह बात सागर झा ने कही | दुसरे सत्र में फिल्म की स्क्रीनिंग शुरू हुई | आज जो मुख्य फिल्मो की स्क्रीनिंग हुई उसमे भोजपुरी भाषा में बनी कला एवं कलाकार की पृष्ठभूमि पर आधारित ब्रेथ नामक फिल्म को सबसे अधिक सराहा गया जिसके निर्देशक राहुल के सिंह हैं| 
आज के समारोह का संचालन स्पॉटलाइट थिएटर के सचिव “सागर सिंह” ने किया | कार्यक्रम में आगत अतिथियों, दर्शकों एवं प्रतिभागियों का स्वागत स्पॉटलाइट थिएटर के अध्यक्ष डाo पुष्पम नारायण ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन दरभंगा फिल्म क्लब के संरक्षक ललित कुमार झा ने की | दरभंगा फिल्म क्लब के अध्यक्ष मेराज सिद्दीकी, संयोजक अंकुश प्रसाद प्रवक्ता अमन अभिषेक श्रीवास्तव, सदस्य ज़फर आलम, प्रशांत राणा, हरिवंश चित्रगुप्त आदि ने इस त्रिदिवसीय फिल्म उत्सव को लेकर विस्तृत जानकारी दी|

शनिवार दिनांक 21-04-2018 को पांचवा अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का दूसरा दिन रहा | दरभंगा फिल्म क्लब द्वारा आयोजित इस त्रिदिवसीय महोत्सव में 15 अगस्त फिल्म के साथ आज के फिल्म स्क्रीनिंग सत्र की शुरुआत हुई है | मराठी भाषा में बनी इस फिल्म ने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी| 

इसके बाद मिथिलांचल एवं बिहार के गौरव और बॉलीवुड के महान अभिनेता स्वर्गीय नरेन्द्र झा को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी तथा उनकी फिल्म “माय फ़ादर इकबाल” का प्रदर्शन हुआ | कश्मीर में बनी इस फिल्म के निर्देशक “सुजाद इक़बाल खान” हैं तथा फिल्म के लेखक “सागर झा” हैं | प्रेक्षागृह में बैठे दर्शक इस फिल्म को देखकर भावविभोर हो गये और नरेन्द्र झा की याद में सबों की आँखें नम हो गयी | निर्देशक सुजाद इक़बाल खान ने बताया कि नरेन्द्र झा जितने अच्छे अभिनेता थे उतने ही नेक दिल इंसान भी थे | उनके निधन से सचमुच बॉलीवुड में एक अपूर्णीय क्षति हुई है | अपने अभिनय और जिंदादिली को लेकर वो हर हर क्षण हमारे साथ हैं और उनका आशीर्वाद हम सब पर बना रहे| चर्चित फिल्म निर्देशक अनुज कुमार रॉय एवं राजन ठाकुर की “क्लोकिंग “ फिल्म के साथ पुनः फिल्म स्क्रीनिंग का दौर शुरू हुआ | लड़के की जीवनशैली अपनाने वाली एक लड़की किस तरह अपना लिंग परिवर्तन कर अपने को लड़का बनाती है, इसकी रोचकता एवं इससे सम्बंधित वैज्ञानिक पहलुओं से अवगत दर्शक रूबरू हुए | इस फिल्म के साथ राजन ठाकुर की लिखी एवं गौतम सर्राफ द्वारा निर्देशित “इंडिपेंडेंस” फिल्म की स्क्रीनिंग हुई | इसके बाद हिंदी भाषा में आशुतोष झा के निर्देशन में बनी “ऐ बिटर पिल” नामक फिल्म का प्रदर्शन हुआ | क्रमशः जम्मू कश्मीर से सम्बंधित अब्दुल रशीद की “अनट्रीटेड वेस्ट” की स्क्रीनिंग हुई जो दर्शकों को काफी पसंद आई |  विदेशी भाषा के फिल्मों की प्रदर्शन में अंग्रेजी भाषा में बनी संयुक्त राज्य अमेरिका की फिल्म “मिल्कशेक” को दर्शकों ने खूब पसंद किया | इस फिल्म के निर्देशक “संग्जिंको”, “ऐ राठी जयराम” एवं “राहुल रविन्द्रन” हैं | स्क्रीनिंग हुए कुछ महत्वपूर्ण फिल्मों पर दरभंगा के फिल्मकार शंकर आनंद झा ने कई महत्वपूर्ण प्रश्नों से फिल्म निर्देशकों से उनके फिल्म के सम्बन्ध में अपेक्षित जानकारी से दर्शकों को रूबरू कराया | फिल्म क्लब के प्रवक्ता अमन अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि आज कुल 25 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई | जिसमे 15 फिल्में भारत से एवं 10 फिल्में विदेशी भाषा से सम्बंधित है | मराठी, तेलुगु, हिंदी, भोजपुरी फिल्म्मों के साथ साथ बाहर के कनाडा, रूस, तुर्की, स्वीडन, इटली, श्रीलंका आदि देशों के फिल्मों का प्रतिनिधित्व रहा| क्लब के संयोजक अंकुश प्रसाद ने बताया कि आज का पूरा सत्र काफी अच्छा रहा जिसमे दर्शकों को काफी अच्छी अच्छी फिल्में देखने को मिली | इन्होने बताया कि यह फेस्टिवल ही ऐसा माध्यम है जिसमे मिथिला के स्थानीय दर्शकों को अच्छी अच्छी फिल्मों को देखने तथा उस फिल्म से जुड़े अभिनेता निर्देशकों आदि से मिलने का अवसर प्राप्त हो रहा है| क्लब के संस्थापक एवं अध्यक्ष मेराज सिद्दीकी ने बताया कि कल का सत्र इस फिल्म महोत्सव काफी मत्वपूर्ण सत्र है जिसमे विभिन्न क्षेत्रों से आये फिल्म मेकरों के बीच पुरस्कार वितरण समारोह होगा | यह पुरस्कार तीन केटेगरी क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय में विभाजित है | फिल्म मेकिंग से सम्बंधित विभिन्न विधाओं के लिए इन केटेगरी में चयनित फिल्मकारों को पुरस्कार से नवाजा जायेगा | स्पॉटलाइट थिएटर के सचिव “सागर सिंह“ के अनुसार यह फिल्म महोत्सव फिल्म मेकरों के लिए एक प्लेटफार्म के रूप में काफी सफल साबित हो रहा है | विभिन्न क्षेत्रों से आये फिल्म मेकर यहाँ काफी खुश दिख रहे हैं | खासकर उन्हें आपस में एक दूसरे से फिल्म सम्बन्धी ज्ञान का आदान प्रदान करने का अवसर प्राप्त हो रहा है | इस फिल्म महोत्सव की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि यहाँ कुल 88 देशों की फिल्मों का प्रतिनिधित्व के लिए आवेदन आया जिसमे तकनिकी एवं व्यवहारिक कारणों से बहुत देशो की प्रतिनिधित्व स्वीकार नहीं की जा सकी | इतने देशों से आवेदन आना ही इस महोत्सव की सफलता को दर्शाता है | यह बात दरभंगा फिल्म क्लब के अध्यक्ष “मेराज सिद्दीकी” ने कही| पिछले 5 वर्षों से सफलता का परचम लहरा रहे यह फिल्म महोत्सव निश्चित रूप से आगे आने वाले दिनों में मिथिलांचल के विकास में एक अहम् भागीदारी सुनिश्चित करेगी | यह बात दरभंगा फिल्म क्लब के सदस्य हरिवंश चित्रगुप्त ने कही | जबकि क्लब के एक अन्य सदस्य मो0 ज़फर आलम का कहना रहा कि इस महोत्सव को और प्रभावी बनाने हेतु आगे और अपेक्षित एवं सकारात्मक प्रयास किये जायेंगे जिससे पूरी दुनिया में दरभंगा का नाम रौशन हो सके | फिल्म स्क्रीनिंग के बीच मनोरंजन सत्र में “जी जे जेवल्लेर्स” द्वारा संचालित डांस स्कूल के छात्रों ने अपने नृत्य कला का बखूबी प्रदर्शन किया और दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी | इन छात्रों को क्लब के अध्यक्ष मेराज सिद्दीकी ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया |

फुलपरास मधुबनी के संस्कार भारती ग्लोबल स्कूल के सभी बच्चे आज फेस्टिवल में शामिल हुए और बच्चों पर बनी खास फिल्मों का लुत्फ़ उठाया|संस्कार भारती ग्लोबल स्कूल के डायरेक्टर विजय रंजन खुद भी फेस्टिवल में मौजूद रहे और फेस्टिवल की सराहना की| आज के कार्यक्रम में आगत अतिथियों एवं दर्शकों का स्वागत क्लब के संरक्षक ललित कुमार झा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन क्लब के अध्यक्ष मेराज सिद्दीकी ने किया | संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन स्पॉट लाइट थिएटर के सचिव सागर सिंह ने किया | कार्यक्रम में प्रशांत राना, उज्जवल राज, रिषभ झा, शुभम झा, प्रत्युष भानु, अभिषेक राठौर आदि की भूमिका सराहनीय रही|

दिनांक 22-04-2018 को दरभंगा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का समापन दिन रहा| आज के सत्र की शुरुआत अस्तित्व – द एग्जिस्टेंस नामक फिल्म से हुई | उसके बाद क्रमशः अम्नाबिक, आत्म ग्लानी, द इंटरव्यू, गंगा का पानी , कफ़न, 7 नाइट्स, लौ, हाय स्ट्रेंजर, मजाज आदि फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई| दूसरे सत्र में पुरस्कार वितरण समारोह से पूर्व किलकारी की टीम द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया | जिसे दर्शकों ने काफी सराहा | इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह हुआ | जिसमे अध्यक्ष मेराज सिद्दीकी, संरक्षक ललित झा, प्रवक्ता अमन अभिषेक श्रीवास्तव, संयोजक अंकुश प्रसाद आदि ने फिल्मकारों को जहाँ पुरस्कार से नवाजा, वहीँ आगत अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया| कार्यक्रम का मंच संचालन सागर सिंह और हरिवंश चित्रगुप्त ने संयुक्त रूप से किया और धन्यवाद् ज्ञापन ललित कुमार झा ने किया | कार्यक्रम में प्रशांत राना, उज्जवल राज, रिषभ झा, शुभम झा, प्रत्युष भानु, अभिषेक राठौर आदि की भूमिका सराहनीय रही|

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